resign letter in hindi

नौकरी से त्याग पत्र कैसे लिखें – Resignation Letter

दोस्तों …..आज के अपने इस ब्लॉग में हम बड़े ही खास टॉपिक पर चर्चा करने वाले हैं और साथ ही साथ आपको वह आसान तरीका भी बताने वाले हैं जिससे आप की मुश्किलें आसान हो जाएंगी। अगर आप पहले से कहीं नौकरी कर रहे हैं और वर्तमान समय में जब आपको वह नौकरी छोड़नी पड़ती है।

तो इसके लिए आपको कंपनी को एक इस्तीफा अर्थात त्यागपत्र देने का नियम होता है जिसको दिए बिना आप नौकरी नहीं छोड़ सकते हैं। इसलिए यह आपके और आपकी कंपनी दोनों के लिए बेहद जरूरी होता है।

ऐसे में बहुत से लोग होते हैं जिन्हें यह नहीं पता होता है कि त्यागपत्र या इस्तीफा या रेजिग्नेशन कैसे लिखा जाता है…? इसलिए आज के अपने इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि रेजिग्नेशन लेटर या त्यागपत्र या इस्तीफा कैसे लिखा जाता है वह भी हिंदी में।तो आइए जानते हैं….. नौकरी छोड़ने के लिए रिजाइन या त्याग पत्र कैसे लिखें ?

इस्तीफा या त्यागपत्र या रिजाइन लेटर लिखने का तरीका

दोस्तों अगर आप किसी भी कंपनी में, होटल में, फैक्ट्री में, किसी भी दुकान पर या किसी भी रेस्टोरेंट्स, आदि में काम या नौकरी करते हैं। चाहे वह नौकरी परमानेंट वर्कर की हो या फिर टेंपोरेरी अर्थात कॉन्ट्रैक्ट पर आपको क्यों न काम दिया गया हो।

आपको उस संस्थान या कंपनी में काम करने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए लेबर कानून  का पालन करना पड़ता है। जिसके तहत अगर आप वह नौकरी छोड़ना चाहते हैं तो आपके अपने बेहतरी के लिए लेबर कानून के तहत कंपनी को रिजाइन देने का प्रावधान होता है।

यह आपके और आपकी कंपनी दोनों के लिए अत्यंत आवश्यक और सुविधाजनक होता है। आपको उसे त्यागपत्र में कम से कम 30 दिन का समय कंपनी को देना होता है ताकि उस दौरान आपकी कंपनी आप के स्थान पर या जगह पर दूसरे कर्मचारी की भर्ती कर सकें तथा आपके नौकरी छोड़ने से कंपनी को नुकसान नहीं उठाना पड़े।

अगर आप नौकरी अपनी सहमति से छोड़ना चाहते हैं तो आपको उस कंपनी के प्रबंधक को रिजाइन, इस्तीफा या त्यागपत्र लिखना पड़ता है। ऐसे में हम आपको सुझाव देंगे कि आप काफी सिंपल या साधारण ढंग से पत्र लिखें जिसमें आप निम्न बातों का खास ध्यान रखें-

1. दिनांक : आप अपने इस्तीफा या त्यागपत्र में उस दिन का दिनांक जरूर डालें जिस दिन आप यह त्यागपत्र अपने कंपनी में जमा किया है। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि आपने अपनी कंपनी को अपना इस्तीफा पत्र किस दिन या किस दिनांक को सौंपा था क्योंकि उस दिनांक से 30 दिन के बाद ही आप उस कंपनी की नौकरी छोड़ सकते हैं।

2. रिजाइन लेटर या त्याग पत्र प्राप्त करने वाला : रिजाइन लेटर प्राप्त करने वाला आमतौर पर आकर कंपनी का प्रबंधक अर्थात सबसे बड़ा अधिकारी ही होता है आप उनके नाम का भी उपयोग कर सकते हैं यदि स्थिति इसकी मांग करती है तो। नहीं तो आप श्रीमान प्रबंधक से संबोधित कर सकते हैं।

आप भले ही अपना त्यागपत्र किसे भी अधिकारी के हाथ में क्यों ना शॉप है मगर वह त्यागपत्र आपके कंपनी के सबसे बड़े अधिकारी को संबोधित करते हुए लिखा जाना चाहिए।

3. पता : किसी भी प्रकार के व्यवसायिक पत्र में पता को दर्शना अति आवश्यक होता है। इसलिए इस्तीफा पत्र लेखन के शुरुआत में ही कंपनी का नाम, उसके बाद कंपनी का पूरा पता, शहर का नाम, कंपनी का जिप कोड, इत्यादि चीजें अंकित करना आवश्यक होता है।

4. त्यागपत्र की घोषणा : आप अपने त्यागपत्र में यह स्पष्ट करें कि आप अपनी कंपनी को इस्तीफा दे रहे हैं जिसमें आप कंपनी के नियम के अनुसार नोटिस पीरियड अर्थात लेबर कानून के तहत 30 दिन का भी जिक्र करें जिससे बाद में इस पर कोई भी विवाद ना रहे।

5. कंपनी छोड़ने का कारण : आप अपने त्यागपत्र में अपनी नौकरी छोड़ने का कारण अवश्य बताएं। जिसमें आप स्वीकार कारणों में अपने स्वास्थ्य से संबंधित, परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए, स्थानांतरण से संबंधित, करियर परिवर्तन के लिए, इत्यादि बहुत कुछ हो सकता है। जिसको लिखना आपके और आपके कंपनी के लिए भी आवश्यक होता है क्योंकि कंपनी यह जानना चाहती है कि आप वह नौकरी क्यों छोड़ना चाहते हैं, इसलिए इसको आप अपने अनुसार लिख सकते हैं।

6. धन्यवाद अनुभाग : पत्र लिखने के बाद अंत में अपने प्रबंधक को धन्यवाद देकर पत्र को समाप्त करना आवश्यक होता है और यदि आप आभारी महसूस करते हैं तो उन्होंने आपको जो अवसर दिया है आप उसे स्वीकार करें और उनका धन्यवाद करें।

7. हस्ताक्षर : अपने त्यागपत्र को कंपनी में जमा करने से पहले आप अपने टाइप किए गए नाम के ऊपर हस्ताक्षर करें अर्थात पत्र लेखन समाप्त होने के अंत में अपना नाम लिखें और उस पर हस्ताक्षर करें। वैसे तो कंपनी में टाइप किए गए त्यागपत्र अर्थात हार्ड कॉपी जमा की जाती है।

इसलिए हार्ड कॉपी जमा करने से पहले आप अपना हस्ताक्षर जरूर करें और हार्ड कॉपी जमा करें तो रिसिविंग जरूर लें। यदि आपको रिसीविंग ना दिया जाए तो अपने रिजाइन लेटर का एक फोटो कॉपी रजिस्टर्ड पोस्ट या स्पीड पोस्ट से जरूर भेजें जिसका रिसीविंग के साथ एक कॉपी आप अपने पास  संभाल कर जरूर रखें।

आपका त्यागपत्र या इस्तीफा पत्र एक कार्यात्मक दस्तावेज होता है। जिसका उपयोग कई निकास स्थितियों में किया जा सकता है। आमतौर पर आपका दस्तावेज यह दर्शाता है कि आने वाले दिनों में कब आप का समय समाप्त हो रहा है और किस दिन आप वह कंपनी छोड़ रहे हैं। इसलिए सभी स्थितियों के लिए तैयार रहें और उसी के अनुसार अपने त्यागपत्र को भी तैयार करें।

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सेवा में,

श्रीमान ( विभाग या कंपनी के अधिकारी का नाम )

………( कंपनी या कार्यालय का नाम )

………. ( शहर का नाम या पता )

विषय : त्यागपत्र देने के संबंध में।

महोदय,

सविनय निवेदन है कि मैं सचिन कुमार तिवारी आपकी कंपनी……….( कंपनी का नाम ) में …….( पद का नाम ) के पद पर पिछले 7 सालों से कार्यरत हूं। मैंने आपके कंपनी में दिनांक……….. को पदभार ग्रहण किया था और आपकी कंपनी में काम करने के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा है। अब मैं आपकी कंपनी से अपने पद का त्याग करना चाहता हूं क्योंकि………(कंपनी छोड़ने का कारण लिखें )।

अतः आप से मेरा विनम्र निवेदन है कि आप मेरे उक्त पद से त्यागपत्र दिनांक………… से स्वीकार करें। इससे हम पर आप की असीम कृपा होगी।

धन्यवाद,

भवदीय,

………..( नाम )

………..( पद का नाम )

………..( दिनांक )

………..( हस्ताक्षर )

त्यागपत्र देते समय कुछ और ध्यान देने योग्य बातें-

  •  आप अपने नौकरी से त्यागपत्र देने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आप जिस कारण से अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं वह कारण उचित है या नहीं।
  • त्याग पत्र लिखते समय कंपनी से मिले अनुभव और प्रोफेशनल डेवलपमेंट के बारे में जरूर लिखें जिससे आपके अधिकारी आपसे प्रभावित हों।
  • अपना त्यागपत्र देने से पहले कंपनी के अधिकारियों से स्वयं जाकर मिले और बड़ी ही विनम्रता से उनसे कंपनी छोड़ने का कारण बताएं और उनकी कंपनी से मिले अनुभव को उनसे साझा करें ताकि कंपनी में काम करने के दौरान अगर कंपनी के अधिकारी से आपकी कोई कहासुनी हो गई हो या फिर आपकी किसी गलती पर आपके अधिकारी आप पर गुस्सा हुए हो तो आप लोगों के बीच का मनमुटाव दूर हो सके ।
  • आप अपने कंपनी के अधिकारी से बात करके उन्हें यह भरोसा जरूर दिलाया कि अगर कभी अवसर मिला तो आप उनकी कंपनी में दोबारा से काम जरूर करना चाहेंगे ताकि आपके अधिकारी के मन में कोई भी गिला शिकवा ना रहे आपके प्रति।
  • त्यागपत्र में निर्धारित हुए नोटिस पीरियड के दौरान आप अपने कार्य को उचित ढंग से करें ताकि आप से कोई गलती ना हो और आप किसी विवाद में ना फसें।
  • त्यागपत्र में निर्धारित नोटिस पीरियड पूरा होने के बाद जब आप वह कंपनी छोड़ कर वापस आने लगे तब अपना कार्यभार अपने सहकर्मी जो आप के पद का कार्यभार संभाल रहा है उसे अपना सारा कार्य अच्छे से समझा दें
  • कंपनी में त्यागपत्र देने के बाद अपने सहकर्मियों से जरूर मिल कर जाना ताकि उनके मन में अगर आपके प्रति कोई कड़वाहट रहे तो वह दूर हो सके।

अंतिम शब्द

दोस्तों हम आशा करते हैं कि आज के अपने इस ब्लॉग से त्याग पत्र कैसे लिखें…….?, के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी और हमें पूर्ण विश्वास है कि अगर आपको हमारा ब्लॉग पसंद आया तो आप इसे लाइक और शेयर जरूर करेंगे साथ ही साथ अगर किसी अन्य टॉपिक पर आपको पत्र लिखने की जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में जाकर हमें जरूर बताएं।

हमारे इस ब्लॉग पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद……।

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